Internal linking and external linking Kya hai aur kaise kare

नमस्कार दोस्तों , आपका इंडो ब्लॉग्गिंग में हार्दिक स्वागत है। आज का हमारा विषय है Internal linking and external linking Kya hai aur kaise kare.

ब्लॉग्गिंग का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है SEO और SEO का सबसे important part है Internal Linking और External Linking .

दोस्तों ,अगर आपने WordPress को use किया होगा तो आपको पता होगा की Internal linking और external linking Seo को improve करने के एक Important factor होते है।

इंटरनल लिंकिंग और एक्सटर्नल लिंकिंग समझने से पहले हम Linking को detail में समझ लेते है।

Blogging के अंदर Linking का मतलब है एक page को दूसरे page से जोड़ना। अब question आता है हम pages को आपस में कैसे जोड़े।

तो इस सवाल का उत्तर है, हम एक page को दूसरे पेज से Html के माध्यम से या URL के माध्यम से जोड़ते है।

इस process को ही हम Blog Linking कहते है।

चलिए अब हम Internal Linking और External linking के बारे में विस्तार से पढ़ते है।

Internal and External Linking kya hai-

चलिए अब हम detail में Internal linking और external linking को समझते है।

Internal Linking –

Internal Linking का अर्थ है अपने Blog के एक पेज को दूसरे पेज से जोड़ना।

जैसे – इस पेज के अंदर मैंने कुछ link को Read More कर के दूसरे पेज से connect किया है इसी को ही इंटरनल लिंकिंग कहते है।

इंटरनल लिंकिंग onpage seo के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसको करने से आपके pages को लिंक जूस मिलता है।

लिंक जूस Pass होने से आपकी Ranking Improve होती है।

External Linking –

एक्सटर्नल लिंकिंग का अर्थ है अपने blog के एक page को किसी अन्य blog के page से जोड़ना।

जैसे – अगर आप एक post लिखते है और उसके अंदर आप किसी word को Explain नहीं करते है , परन्तु आप उस शब्द को explain करने के लिए किसी अन्य ब्लॉग के पेज से उस शब्द को जोड़ते है, उसी को ही एक्सटर्नल लिंकिंग कहते है।

यह आपके पेज की information को complete करने में बहुत ज्यादा मदद करता है।

Google उस पेज की ranking ज्यादा improve करता है जिस पेज में complete और quality की information होती है।

Difference between external linking and internal linking in html-

दोस्तों, इन दोनों के बीच में सबसे मुख्य अंतर है लिंकिंग का।

एक्सटर्नल लिंकिंग का मतलब है ब्लॉग के किसी पेज को अन्य ब्लॉग के page से जोड़ना है।

इस linking का सबसे मुख्य फायदा है यह आपके blog की post को rich content बनाने में मदद करता है।

दूसरा इसका मुख्य फायदा है यह आपके ब्लॉग के SEO को improve करने में मदद करता है।

इसके विपरीत Internal linking आपके blog के पेज को आपस में जोड़ने में मदद करता है।

इसका मुख्य फायदा है यह आपके pages को Rank करवाने में मदद करता है और इसको करने से आपके ब्लॉग का bounce rate भी कम होता है।

Blogger me Internal and external linking kaise kare-

चलिए अब हम ब्लॉगर में Internal linking कैसे करते है, वह सीखते है।

1 ) सबसे पहले step में आपको Chrome में blogger login करना है।

2 ) अब आप ब्लॉगर के Homepage पर आ जायँगे , यहाँ पर आपको वह post select करनी है जिसमे आप internal और external linking करना चाहते है।

3 ) post पर click करे , आपके सामने post open हो जायगी।

4 ) यहाँ पर आपको वह word select करने है जिसको आप internal link करना चाहते है।

5 ) Word को select करने के बाद, आपको पोस्ट के अंदर TOP पर Menu Tab दिखाई दे रहा होगा। यहाँ पर आपको link का option नज़र आ रहा होगा।

5 ) इस link के option पर click करे। आपके सामने एक page open हो जायगा।

6 ) यहाँ आपको 2 Tab दिखाई दे रहे होँगे। एक Tab में आपका Sentance Automatic select होगा व दूसरे tab में आप जिस post को internal link करना चाहते है उसका url paste कर दे।

7 ) अब आपको open this link in new window पर tick करना है और Apply पर click करना है।

8 ) आपका post दूसरे पोस्ट से link हो जायगा है।

9 ) same इसी process के माध्यम से आप External linking कर सकते है।

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WordPress me Internal aur External linking kaise kare-

चलिए अब हम WordPress के अंदर लिंकिंग करना सीखते है।

1 ) सबसे पहले आपको ब्राउज़र में वर्डप्रेस open कर के login कर लेना है।

2 ) आपके सामने WordPress का dashboard open हो गया होगा।

3 ) यहाँ पर आपको sidebar में post का option नज़र आ रहा होगा, इस पर क्लिक करे।

4 ) पोस्ट के अंदर आपको वह आर्टिकल सेलेक्ट करना है जिसकी आप लिंकिंग करना चाहते है।

5 ) Article open होने के बाद आपको वह Sentance select करना है जिसकी आप इंटरनल linking करना चाहते है।

6 ) Keyphrase select करने के बाद , आपको Title और URL के नीचे Tab दिख रहा होगा, यहाँ पर आपको linking का एक option नज़र आ रहा होगा।

7 ) इस पर click करे , आपके सामने एक new tab open हो जायगा।

8 ) इस tab में आप जिस पोस्ट को connect करना चाहते है उसके title का initial word लिखे।

9 ) आपके सामने post का URL आ जायगा। आपको उसको select करके apply कर देना है।

10 ) आपकी internal linking हो जायगी और इसी प्रकार आप external linking भी कर सकते है।

Mobile se Internal linking kaise kare-

दोस्तों, Mobile Phone से Blogger में internal linking करने के लिए आपको smartphone में ब्लॉगर को लॉगिन कर लेना है।

अब आपको अपने targated Post को choose करना है। अब आपको वह Sentance select करना है जिसको आप लिंक करना चाहते है।

Sentance को सेलेक्ट करने के बाद , आपको Title के नीचे Link का option नज़र आ रहा होगा, उस पर क्लिक करे।

आपको इस link में अपने उस post का URL insert करना है जिसको आप लिंक करना चाहते है।

finally Apply पर क्लिक करे। आपका फ़ोन के माध्यम से ब्लॉग इंटरनल लिंक हो चुके।

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Internal Linking aur External link ke kya fayde-

1 ) Internal Linking का सबसे बड़ा फायदा यह है , इससे आपके ब्लॉग का bounce rate decrease होता है क्योकि user एक page से दूसरे पेज पर move करता है , जिसकी वजह से वह आपके ब्लॉग पर अधिक समय व्यतीत करता है।

2 ) इसका दूसरा मुख्य फायदा यह है ,आपके ब्लॉग के Page Views increase होते है।

3 ) यह आपके ब्लॉग ट्रैफिक को बढ़ाने में आपकी मदद करता है।

4 ) internal linking करने से आपके post की Ranking improve होती है।

जैसे – अगर आपके blog का एक पोस्ट google पर 10 position पर rank कर रहा है और दूसरा post 80 position पर rank कर रहा है।

अगर आप 80th position वाले को 10th position वाले से लिंक करते है तो आपके दूसरे पोस्ट की ranking भी इम्प्रूव होने लगती है।

5 ) इसको करने से आपके article का SEO improve होता है।

6 ) Internal लिंकिंग करने से आपके पोस्ट fastly google पर index होते है।

7) यह कुछ major issue जैसे discover currently not index और crawled currently not index की problem को solve करने में मदद करती है।

8 ) External linking आपके post की information को complete करने में मुख्य role निभाता है।

क्या Internal Linking और External Linking महत्वपूर्ण है –

हाँ , दोस्तों अगर आप Proper तरीके से Internal linking और External linking करते है तो इससे आपके post को बहुत ज्यादा Benefit मिलेगा।

Internal linking करने से आपकी other Post को Link juice मिलता है जिससे वह पोस्ट Google पर Rank होने लगती है।

परन्तु Internal linking करते समय आपको इस बात पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए की आपको अपनी अन्य पोस्ट को उन पोस्ट से इंटरनल लिंक करना है जो Google पर रैंक हो।

तभी आपकी अन्य पोस्ट रैंक होने लगेगी।

External linking करने से आपकी Google के नज़रों में Authority बढ़ती है और आपकी वेबसाइट की Authority बढ़ने लगती है।

परन्तु External Linking करते समय आपको सामने वाली वेबसाइट की अथॉरिटी और स्पैम स्कोर जरूर चेक करना चाहिए।

Internal Linking करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण Tips –

1 ) Internal linking करते समय आपको हमेशा Topic Related ही links Add करने चाहिए। मतलब Post के Topic से जुड़े ही Internal link बनाए।

2 ) आपको अपनी Post में Unwanted Links नहीं बनाने है इससे user परेशान हो जाता है और User Engagement खराब होने लगता है।

3 ) Internal linking बनाते समय आपको उचित Anchor Text का उपयोग करना चाहिए ताकि आपकी पोस्ट Right Keywords पर Rank करे।

4 ) Unrelated Topic Links को Avoid करे ताकि आपके Page Views Increase होने लगे।

5) आपको Relevant पोस्ट के अंदर Right पोस्ट को लिंक करना है ताकि आपका seo improve हो।

6) आपको अपनी पोस्ट के वर्ड काउंट के अनुसार ही इंटरनल लिंक्स देने चाहिए।

External linking के लिए महत्वपूर्ण Tips –

1 ) आपको अपने आर्टिकल को परिपूर्ण बनाने के लिए Right Topic को ही External लिंक करना चाहिए।

2 ) आपको 1000 word के आर्टिकल में कम से कम 1 External लिंक बनाना चाहिए।

3 ) आपको सही टॉपिक या शब्द को एक्सटर्नल लिंक करना चाहिए।

4 ) आपको High Content वाली वेबसाइट को ही एक्सटर्नल लिंक करना चाहिए।

5) आपको एफिलिएट लिंक्स देते समय वेबसाइट की Authority और स्पैम स्कोर अवस्य Check करना चाहिए।

Internal linking and external linking Kya hai aur kaise kare से आपने क्या सीखा-

दोस्तों ,अगर आप अपने आर्टिकल SEO improve करना चाहते है तो आपको definitely लिंकिंग करनी चाहिए।

लिंकिंग करने से आपको बहुत सारे फायदे मिलते है जिसके बारे में मैंने ऊपर आपको विस्तार से समझाया है।

यह आपके ब्लॉग के ऑप्टिमाइजेशन से ले कर pageviews सब इम्प्रूव करता है।

आशा है आपको आज की पोस्ट Internal linking and external linking Kya hai aur kaise kare पसंद आयी होगी।

Internal linking and external linking Kya hai से जुड़े सवाल और जवाब –

Q1)- इंटरनल लिंकिंग से Ranking Improve होती है ?

Ans – Internal Linking करने से website की Ranking में सुधार आता है। आपको Proper way में इंटरनल लिंकिंग करनी चाहिए।

Q2)- Internal Linking SEO का Part है?

Ans – दोस्तों, Yoast SEO और Rank Math Plugin के अंदर Internal और External Linking को SEO का एक part ही बताया जाता है।

Q3) आप किस प्रकार के Pages की Linking करनी चाहिए ?

Ans- आपको हमेशा उन Pages को Link करना चाहिए जो Important हो और आप उनको Rank करवाना चाहते है।

Q4) क्या Backlink और External link Same होते है ?

Ans – Technical Language में इसका उत्तर हां है।

Q5) आपको कितने pages को लिंक करना चाहिए ?

Ans – आपको 1500 शब्दो के आर्टिकल में कम से कम 3 से 4 pages को लिंक करना चाहिए।

Q6) हमे किस प्रकार की वेबसाइट को एक्सटर्नल लिंक देना चाहिए ?

Ans – हमे उस वेबसाइट को एक्सटर्नल लिंक देना चाहिए जिसका DA , PA अच्छा हो और स्पैम स्कोर कम हो।

Q7) आंतरिक लिंक और बाहरी लिंक क्या है?

Ans – आंतरिक लिंक वह होता है जब आप अपनी वेबसाइट की एक पोस्ट दूसरी पोस्ट से जोड़ते है। बाहरी लिंक वह होता है जब आप अपनी वेबसाइट की पोस्ट को बाहरी पोस्ट से जोड़ते है।

Q8) एक्सटर्नल लिंक्स SEO के लिए अच्छे क्यों होते हैं?

Ans – एक्सटर्नल लिंक्स आपके पोस्ट की गुणवत्ता और जानकारी को Enhance करने में मदद करते है।

Q9) एक्सटर्नल लिंक का मतलब क्या होता है?

Ans – यह एक हाइपरलिंक होता है जो आपकी वेबसाइट को बहार की वेबसाइट से जोड़ता है।

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